बीजापुर/ छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ़ ऑपरेशन लगातार जारी है । इस वजह से नक्सली बौखलाए हुए है बीते दो सालो मे नक्सलियो ने बडा हमला किया है । बीजापुर में हुए नक्सली हमले में चालक समेत 9 जवान शहीद हुए है । इसेलेकर राजधानी रायपुर से लेकर दिल्ली तक हलचल है ।
15 दिन से चल रही थी प्लानिंग
ज्ञात हो की नक्सलियों के इलाके में जब सुरक्षा बल के जवान चलते है तब रोड ओपनिंग गाड़ी पहले चलती है जिससे आईईडी प्लांट का पता लगा सके इसके बाद ही जवानों की टीम आगे चलती है । एक चूक की वजह से नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब हुए है ।
हथियार लूटने में रहे असफल
आमतौर पर नक्सली घटना के बाद हथियार लूटने में कामयाब हो जाते है । यहां भी उनका ऐसा ही इरादा था परंतु घटना स्थल से 100 मीटर की दूरी पे रोड ओपनिंग पार्टी चल रही थी । धमाके की वजह से जवानों ने मोर्चा संभाल लिया तभी नक्सली हथियार लूटने में असफल रहे।
40 से 50 किलो विस्फोटक
नक्सलियों ने वाहन को उड़ाने के लिए 40 से 50 किलो के विस्फोटक का इस्तेमाल किया है । ऐसा हो सकता है की सड़क निर्माण से पहले ही नक्सलियों ने आईईडी प्लांट किया होगा और मौका देखते ही गाढ़ी को बम से उड़ा दिया……