महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर महा विकास अघाड़ी के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग का मामला फंसता नजर आ रही है। महाराष्ट्र कांग्रेस ने दिल्ली में अपने नेतृत्व को स्पष्ट रूप से बता दिया है कि वह दबाव में न आए और विदर्भ में अपनी सीटें उद्धव बालासाहेब ठाकरे सेना के गुट को नहीं दें। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस को महाराष्ट्र से काफी उम्मीदें हैं, यहां उसके 13 सांसद चुनाव जीतकर आए थे।
कांग्रेस एनसीपी (शरद पवार) के साथ भी बातचीत कर रही है। उसने भी विदर्भ में सीटों की मांग की है। महाराष्ट्र में कांग्रेस नेताओं ने उद्धव ठाकरे गुट पर सीट शेयरिंग में अधिक हिस्सेदारी के लिए धमकाने का आरोप लगाया है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के एक नेता ने कहा, “शिवसेना (यूबीटी) की उन सीटों पर मौजूदगी नहीं है, जिनकी वह मांग कर रही है। यहां तक कि जब शिवसेना टूटी नहीं थी और भाजपा के साथ गठबंधन में थी तब भी उन्होंने उन सीटों पर चुनाव नहीं लड़ा था। लेकिन अब वे इन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, क्योंकि ये हमारे लिए जीतने योग्य सीटें हैं।” आपको बता दें कि उद्धव गुट ने विदर्भ से 12 सीटों की मांग की थी। कांग्रेस ने ऐतिहासिक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है।