नई दिल्ली/पाकिस्तान से तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को गंगा एक्सप्रेसवे पर अपना पराक्रम दिखाया। आसमान का सीना चीरते हुए राफेल, सुखोई-30, जगुआर, मिग-29, मिराज-200 और सुपर हरक्यूलिस विमानों ने जैसे ही गंगा एक्सप्रेसवे पर जलालाबाद के पीरू गांव के पास बनी हवाई पट्टी को चूमा, भारतीय वायुसेना के इतिहास में गौरव का एक और अध्याय जुड़ गया। अब भारत भी एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग कराने वाले चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल हो गया…

पट्टी पर 40 मिनट चला लड़ाकू विमानों का अभ्यास
शुक्रवार रात गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमानों ने करीब 40 मिनट तक अभ्यास किया। लड़ाकू विमान हवाई पट्टी को छूते हुए निकले। इस दौरान पूरे एक्सप्रेसवे के साथ ही आसपास के गांवों में भी बिजली आपूर्ति बंद रही। दिन में अभ्यास के बाद शाम सात से रात दस बजे तक लड़ाकू विमानों की नाइट लैंडिंग कराई जानी थी। समय में परिवर्तन किया गया और रात करीब 09:25 पर अभ्यास शुरू किया।
एक के बाद एक लड़ाकू विमान उड़ान भरकर हवाई पट्टी के थोड़ा ऊपर से होते हुए गुजरने शुरू हुए। हर दो-तीन मिनट में एक लड़ाकू विमान उड़ान भरता रहा। रात 10:05 मिनट पर एमआई-17 हेलिकॉप्टर गड़गड़ाना शुरू हुआ। हेलिकॉप्टर की उड़ान के साथ नाइट लैंडिंग का अभ्यास पूरा हुआ। इस दौरान पूरे इलाके की बिजली बंद रखी गई। अभ्यास के बाद बिजली आपूर्ति शुरू की गई। रात में भी वायुसेना के विमानों को देखने के लिए भारी संख्या में लोग खेत और सड़क पर मौजूद नजर आए।