कौन है बांग्लादेश में रह रहे हिंदू आबादी के सबसे प्रमुख चेहरे बनकर उभरे चिन्मय दास?

अंतरराष्ट्रीय

ढाका/ बांग्लादेश में सोमवार को इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास को हिरासत कर लिया गया। चिन्मय प्रभु के नाम से प्रसिद्ध धार्मिक अल्पसंख्यक नेता की हिरासत ी राजधानी ढाका से लगभग 300 किमी उत्तर में स्थित रंगपुर शहर से हुई है।इस्कॉन मंदिर ने बताया कि कथित तौर पर ढाका खुफिया पुलिस के अधिकारियों ने ढाका हवाई अड्डे से कृष्ण को हिरासत किया है। दरअसल, शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ वह लगातार आवाज उठा रहे थे। 

 

आइए जानते हैं वह कौन हैं?

चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के प्रमुख नेता और इस्कॉन चटगांव के पुंडरीक धाम के अध्यक्ष हैं।

उनको लोग चिन्मय प्रभु नाम से भी जानते हैं।

वह बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ सशक्त आवाज उठाते रहे हैं।

बांग्लादेश में इस्कॉन के 77 से अधिक मंदिर हैं और लगभग 50,000 से ज्यादा लोग इस संगठन से जुड़े हुए हैं।

वह बांग्लादेश समिलित सनातन जागरण जोते समूह के सदस्य भी हैं।

उनका संबंध अंतरराष्ट्रीय कृष्ण चेतना समाज (ISKCON) से भी है।

वह इस्कॉन के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *