रायपुर उत्तर विधानसभा सीट से दावेदारी को लेकर सिंधी समाज की गुटबाजी आई सामने

राजनीति रायपुर

 

रायपुर:- सत्य का सामना/  रायपुर की उत्तर विधानसभा सीट काफी चर्चा में बनी हुई है, क्योंकि यहां पर सिंधी समाज के अलग अलग बहुत से दावेदार सामने आ चुके हैं, जिसके बाद समाज की अंदरूनी गुटबाजी उभर कर सामने आ रही है।

दरअसल रायपुर का उत्तर विधानसभा क्षेत्र जबसे अस्तित्व में आया है, तब से ही इस सीट पर समाज ने मजबूती से दावेदारी पेश की है। जिसके चलते 2013 और 2018 में श्रीचंद सुंदरानी को उत्तर विधानसभा क्षेत्र से टिकट भी दी गई थी, जहां सुंदरानी 2013 में काफी कम अंतर से जीत हासिल की, तो 2018 में लगभग बुरी तरह से हार गए थे।

अब विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही उत्तर विधानसभा सीट के लिए समाज ने बीजेपी से फिर अपना दावा ठोका है। मिली जानकारी के अनुसार कि बीजेपी के आला नेताओं ने छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर पारवानी से सबसे पहले इस सीट के लिए बातचीत की थी, और बताया जाता है कि अमर पारवानी ने चुनाव लड़ने से साफ इंकार कर दिया है। अब उत्तर विधानसभा के लिए सिंधी समाज से युवा चेहरा शदाणी दरबार के संत युधिष्ठिर लाल के पुत्र उदय शदाणी का नाम सामने आने के बाद यहां पर राजनैतिक हलचल तेज हो गई है। जिसके बाद समाज के श्रीचंद सुंदरानी के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के प्रतिनिधि मंडल ने भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल से मुलाकात कर उत्तर विधानसभा सीट से श्रीचंद सुंदरानी को फिर से टिकट देने की मांग की है। जबकि इसके एक दिन पहले अमर पारवानी सहित अन्य लोगों के एक प्रतिनिधि मंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह मुलाकात करके उदय शदाणी को टिकट देने की मांग की है। बताते चलें कि श्रीचंद सुंदरानी और अमर पारवानी के बीच पहले ही चेम्बर की राजनीति को लेकर आपसी खींचतान चली आ रही है, अब भाजपा की राजनीति में भी दोनों गुट आमने सामने आ गए हैं।

उत्तर विधानसभा सीट को लेकर समाज की आपसी खींचतान और गुटबाजी के कारण भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी अलग-थलग पड़ गए हैं। अमित को 2017 में श्रीचंद सुंदरानी ने ही बीजेपी में लाए थे, तब सुंदरानी उत्तर से विधायक थे, वहीं अमित को शदाणी दरबार के भी भक्त हैं, कहीं न कहीं दरबार के आशीर्वाद से ही अमित ने तेजी से बीजेपी में तरक्की की, और प्रदेश मीडिया प्रभारी बनाए गए। जिसके कुछ महीने बाद ही श्रीचंद सुंदरानी के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत की युवा विंग से अमित चिमनानी को हटाकर नए अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी गई थी। अब उदय शदाणी की दावेदारी की बात सामने आते ही अमित दावेदारी कमजोर नज़र आ रही है, और अब समाज भी उसके पक्ष में दिखाई नही देता।

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