अपनी पहली फिल्म में ही ऐक्टिंग लिये सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिलने के बाद भी मिथुन दा का संघर्ष कम नहीं हुआ था। हालात इतने बिगड़ चुके थे कि कई दिनों तक भूखे पेट भी रहना पड़ा था। उन्हीं दिनों मुंबई के किसी पत्रकार को जब पता चला कि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती मुंबई में है, तो उनका इंटरव्यू लेने के लिये वह मिथुन को ढूंढते-ढूंढते उन तक पहुँच ही गया। लेकिन पत्रकार ने जब मिथुन से इंटरव्यू लेने की बात कि तो मिथुन ने उससे पहले भर पेट भोजन खिलाने की शर्त रखी जिसके लिए वह पत्रकार तैयार भी हो गया। उस दिन काफी रोज़ के बाद मिथुन ने भरपेट खाना खाया था फिर दिल खोलकर इंटरव्यू दिया था।
