एक सोच एक इमोशन – महेन्द्र सिंह धोनी

देश खेल जगत

  एक कप्तान एक फिनिशर MSD

झारखंड का एक युवक संघर्ष करता हुआ गलियो  की   ख़ाक छानता  हुआ लंबे घने बाल सुडौल शरीर चेहरे पे एक अलग सी मासूमियत  किसी को क्या पता था ये एक दिन ये माही पूरे भारत का माही होगा पूरे भारत की उम्मीदों का बोझ उठाएगा ओर बोझ इतना कि कम उम्र में ही चेहरे पर झुर्रियां ओर बाल का पक जाना पर माही किसी को निराश नही किया न कप्तानी से न विकेटकीपिंग से ओर न ही बल्लेबाजी से आइये हम बात करते है MSD की पहली सीरीज़ की सौरव गाँगुली  ने धोनी को परख लिया था इसमे  कुछ तो बात है उस दौर में वीरू ओर सचिन ओपनिंग किया करते थे इर उसके बाद विकेट गिरने के बाद गाँगुली आया करते थे  पहले मैच में धोनी कुछ नही कर पाए  वो रन आउट हो गए थे दूसरे मैच में  कैच आउट ओर तीसरे मैच में कुछ रन बनाये थे ऐसा लग रहा था कि अगली सीरीज में धोनी को मौका नही मिलेगा लेकीन होनी को कुछ और ही मंजूर था विशाखापट्टनम में धोनी का बल्ला ऐसा चला कि पूरी दुनिया देखती रह गई  धोनी ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए पाक गेंदबाजी के धागे ही खोल दिये उस जमाने मे धोनी टी20 की तरह बल्लेबाज़ी करते है फिर अगले सीरीज  में श्रीलंका के खिलाफ 183 रन कूट के दिखा दिया कि पाक के ख़िलाफ़ खेली हुई पारी कोई महज तुक्का नई था फिर क्या भारत को एक आक्रामक  बल्लेबाज़ ओर विकेटकीपर  मिल गया था और फिर पाकिस्तान टूर में धोनी की बल्लेबाजी ओर हेयर देख कर पाक प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ भी तारीफ करने से धोनी को रोक नही पाये ..

फिर तो धोनी की करवा यू ही बढ़ता गया लेकीन 2007 एकदिवसीय वर्ल्ड कप हारने के बाद बो भी बांग्लादेश से मैच हारकर टीम इंडिया वर्ल्ड कप से बाहर हुई थी यह सबसे बड़ा निराशाजनक दौर था उसके बाद ही टी 20 वर्ल्ड कप का आयोजन होना था और सचिन सौरव , गाँगुली जैसे खिलाड़ियों ने वर्ल्ड कप में खेलने मना किया उसके बीसीसीआई ने धोनी को को कप्तान बना कर वर्ल्ड कप में भेज दिया अब यहाँ से शुरु होति है धोनी का खेला

 

  भारत पहली बार टी 20 वर्ल्ड कप जीता

धोनी की कप्तानी शानदार थी पहला मैच भारत ने पाक के खिलाफ बॉल आउट में जीता दूसरा मैच भले ही हार गया लेकिन तीसरे मैच में युवराज़ ने जो कुटा है कि आज बी स्टूअर्ट ब्राड उस छह छक्के को याद करके सिहर जाते है यह मैच भारत जीत गया उसके बाद साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ मैच में भारत ने मैच जीत लिया और अफ्रीका को भी टूर्नामेंट से बाहर कर दिया । सेमीफाइनल मैच में युवराज़ की एक बार फिर धाकड बल्लेबाजी ओर गेंदबाजी से भारत मैच जीत गया अब आई फाइनल की बारी भारत ने पहले खेलते हुए ठीक ठाक स्कोर बनाया था जिसमे गंभीर ने सर्वाधिक 75 रन की मैच विनिग पारी खेली थी  पाक बैटिंग5 करने आई इमरान नजीर रंग में लग रहे थे लेकीन होनी को कुछ और ही मंजूर था आरपीसिंह ने हाफिज को आउट करके चलता किया और फिर कुछ देर में इमरान नजर भी रन आउट हुए ओर अंत मे जोगिन्दर शर्मा ने गेंदबाजी की ओर मिस्बाह का वह शॉट आज रोंगटे खडेकरने वाला होता है और भारत ने यह वर्ल्ड को जीत लिया माही की कप्तानी को पूरी दुनिया देख रही थीं..भारत को एक कप्तान एक विकेटकीपर ओर एक शानदार बल्लेबाज मिल चुका था ..

 

टी 20 के बाद भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा था जििसमे माही को एकदिििवसीय मैच का भी कप्तान बना दिया गया  माही की टीीीमम ने शानदार खेल दििखात ओर रिकी को दिखा दिया कि टी 20 में जो भारत को जीीी तत  वो तुक्का नहीीं थी CB सीरीज के final me  भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराने के 5 phle dhoni ne yah kaha ki koi bhi celebrate nhi krega or yah hmesha hota rahega or aage bhi chalkar  yahi hua

 

 

 28 साल बाद भारत एकदिवसीय वर्ल्ड कप जीता

एक बार फिर धोनी कप्तान थे अब धोनी कप्तानी में परिपक्व हो गए थे सचिन तेंदुलकर का यह आखिरी वर्ल्ड कप थे पूरी टीम इंडिया भी यही सोच रहा थी कि यह वर्ल्ड कप हम सचिन के लिए ही खेले  वर्ल्ड कप चालू हुआ पूरी टीम इंडिया फार्म में थी जहीर भज्जी सहवाग कोहली और एक था जो कैंसर से पीड़ित था युवराज़ सिंह जिसके बिना वर्ल्ड कप की कहानि अधूरी है क्वाटर फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को बाहर किया जिसमें युवराज़ ओर रैना ने  बहुत ही महत्वपूर्ण रन बनाए सेमीफाइनल पाक के साथ मैच मोहाली में हुआ जिसमें भारत ने शानदार जीत हासिल की ओर फिर फाइनल मैच हुआ मुंबई में जिसका पूरा भारत वर्ष 28 वर्ष से ििइंतजार कर रहा था  टॉस जितकर भारत ने पहले बेटिंग के लिए श्रीलंका को बुलाया महेला जयवर्धने के शानदार बेटिंग ने पूरे भारत को हिला के रख दिया था । बेटिंग करने जब भारत आई तो पूरा स्टेडियम एकदम शांत था ..सहवाग ओर सचिनवदोनो जल्दी चलते बने कोहली और गंभीर ने रन बनाना चालू किया और स्कोर बोर्ड़ को व्यस्थ रखा लेकीन जल्द ही कोहली आउट हुए और पूरा स्टेडियम जैसे शान्त हुआ कि सांप सूंघ गया हो फिर आये धोनी  लोग कहते है कि युवराज़ ने पैड पहन लिया था लेकिन धोनी आ गए लेकीन उस टाइम मुरलीधरन बाल करने आये थे और CSK की टीम से मुरली खेलते थे और नेट पर भी धौनी ने उन्हें खेला था उसके बाद धोनी ने वह पारी कौन भूल सकता है गंभीर ने शानदार97 रन बनाए  और फिर धोनी की वह मैच विनिग पारी कौन भूल सकता है पूरे भारतवर्ष को 28 साल बाद धोनी ने जश्न मनाने का मौका दिया  ओर फिर चेन्नई के लिए खेलते हुए धौनी ने 5 बार आईपीएल ट्रॉफी जितवाई है

यह अपने आप मे एक रिकॉर्ड है अब आईपीएल की सबसे सफल टीम चेन्नई और मुंबई इंडियंस है लेकीन मैं धोनी को भारत का सबसे सफल तो कहूँगा ही लेकीन वो आईपीएल के भी सबसे सफल कप्तान है 5 बार ट्रॉफी 14 सीजन 12 प्लेआफ ओर 10 फाइनल  यह अपने आप मे ही अलग ही कहानी है

इसलिए नही कहते एक इमोशन एक सोच

  महेंद्र सिंह धोनी

सत्य का सामना.कॉम परिवार की ओर महेंद्र सिंह धोनी को जन्मदिन की कोटि कोटि बधाई एवं शुभकामनाएं

 

 

 

 

 

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