BIG Breaking : इज़रायल ईरान युद्ध के बीच दोनों देशों में युद्धविराम की सहमति बनी…..

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तेल अविव/ ईरान के सरकारी न्यूज़ चैनल प्रेस टीवी ने मंगलवार को बताया कि इसराइल पर ताबड़तोड़ ईरानी हमलों के बाद दोनों देशों के बीच संघर्षविराम की शुरुआत हो गई है। ईरान के विदेश मंत्री ने भी एक्स पर इस बारे में ट्वीट किया। इसराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के दफ्तर ने भी इस बारे में बयान जारी किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ट्रूथ सोशल पर सबसे पहले इसराइल ईरान के बीच सीजफायर की घोषणा की। यह उन्होंने उसी अंदाज में की, जिस तरह उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बीच सीज फायर की घोषणा की थी। जिसे भारत ने कभी स्वीकार नहीं किया।

 

ईरान के विदेश मंत्री ने एक्स पर लिखा है- इसराइल को उसके हमले के लिए दंडित करने के लिए हमारे शक्तिशाली सशस्त्र बलों का सैन्य अभियान सुबह 4 बजे तक जारी रहा। मैं सभी ईरानियों के साथ मिलकर अपने बहादुर सशस्त्र बलों को धन्यवाद देता हूं जो अपने खून की आखिरी बूंद तक हमारे प्यारे देश की रक्षा के लिए तैयार रहते हैं और जिन्होंने दुश्मन के किसी भी हमले का आखिरी मिनट तक जवाब दिया

 

 इसराइल ने भी सीजफायर की पुष्टि की

 

इसराइल ने पुष्टि की है कि वह ईरान के साथ द्विपक्षीय युद्ध विराम के लिए अमेरिका के प्रस्ताव पर सहमत हो गया है, लेकिन युद्ध विराम के किसी भी उल्लंघन का वह “सख्ती से जवाब” देगा। प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने कैबिनेट, रक्षा मंत्री, आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ और मोसाद के प्रमुख से मुलाकात की।“ उन्हें बताया गया कि इसराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन के सभी मकसदों को हासिल कर लिया है, और भी बहुत कुछ।”

 

 

 

पीएम नेतन्याहू के दफ्तर का बयान

पीएम नेतन्याहू के दफ्तर से जारी बयान में कहा गया है, “इसराइल ने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल दोनों क्षेत्रों में दोहरे खतरे को दूर कर दिया है। आईडीएफ ने तेहरान के आसमान पर पूर्ण हवाई नियंत्रण हासिल कर लिया, सैन्य नेतृत्व को गंभीर नुकसान पहुंचाया और दर्जनों केंद्रीय ईरानी सरकारी ठिकानों को नष्ट कर दिया।” बयान में पहली बार यह भी घोषणा की गई है कि एक और वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक मारा गया। बयान में कहा गया है, “बीते दिन भी, आईडीएफ ने तेहरान के मध्य में शासन के ठिकानों पर बड़े हमले किए, सैकड़ों बासिज लड़ाकों को खत्म किया और एक अन्य वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक की हत्या की।” बयान में कहा गया है, “इसराइल राष्ट्रपति ट्रंप और संयुक्त राज्य अमेरिका को उनके समर्थन और ईरानी परमाणु खतरे को खत्म करने में उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद देता हु……

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