हनुमान जयंती 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन अंजनि पुत्र मारुति का जन्म हुआ था। मान्यता है कि केसरीनंदन की विधिवत पूजा करने से सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। आइए जानते हैं आज हनुमान जन्मोत्सव पर किस शुभ मुहूर्त और किस विधि से हनुमान जी की पूजा करें।
पूजा का शुभ मुहूर्त
हनुमान जयंती पर आज पूजा का पहला शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 34 मिनट से सुबह 9 बजकर 12 मिनट तक है. इसके बाद दूसरा शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजे 46 मिनट से लेकर 8 बजकर 8 मिनट तक रहेगा इस अवधि में पूजा करने से शुभ फल की होगी प्राप्ति….
क्या हैं हनुमान जी की नव निधियां
हनुमान जी को अष्ट सिद्धियों के साथ नव निधियों का भी दाता माना जाता है। ये नव निधियां- पद्म, महापद्म, शंख, मकर, कच्छप, मुक्ता, कुंद, नील और खर्व धन, वैभव और समृद्धि का प्रतीक हैं। इन निधियों में जल, पृथ्वी, आकाश और चेतना के तत्व समाहित हैं, जिन्हें हनुमान जी अपने भक्तों के लिए उपयोग करते हैं।
हनुमान जी की पूजा क्यों की जाती है मंगलवार और शनिवार को ?
हनुमान जी की पूजा मंगलवार को उनके जन्म और मंगल ग्रह से संबंधित होने के कारण शक्ति और साहस के लिए की जाती है, जबकि शनिवार को शनि दोष निवारण और शांति के लिए की जाती है, क्योंकि हनुमान जी शनि के भक्त माने जाते