संसद भवन/ सदन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संसद में योगी सरकार से कई सवाल पूछे. सपा सांसद ने भरी संसद में कहा कि साजिश को छिपाना अपराध है. सरकार ये बताए कि उसने आंकड़े दबाए, छिपाए क्यों
फोटो : अखिलेश यादव
कौन भुगतेगा दंड’ – अखिलेश यादव
सदन में अखिलेश यादव ने कहा कि अगर अपराध बोध नहीं था तो आंकड़े मिटाए क्यों गए? इस अपराध का दंड कौन भुगतेगा? कुंभ का इतना प्रचार किया. यहां तक की मीडिया रिपोर्ट्स में आया कि सौ करोड़ लोगों के इंतजाम किए गए हैं. अगर उन्होंने कुछ गलत कहा है तो वह इसके लिए इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं. वह बोले, “सरकार ने पावन मुहूर्त के स्थान पर अपने मनमाने समय पर शाही स्नान का आदेश दिया, ये सनातन परंपरा तोड़ी गई. लोग पुण्य कमाने आए थे और अपनों के शव लेकर गए हैं. श्रद्धालुओं के शव मिल गए थे, लेकिन सरकार मरने वालों की बात स्वीकार नहीं कर रही थी.”
‘मीडिया पर दवाब डाला गया’
सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा, “मीडिया पर दबाव डाला गया, जिससे खबरें बाहर न जाए. यूपी में सीएम योगी ने शोक नहीं जताया. अखिलेश यादव ने कहा ये दस साल के अंदर कोई एक राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल का नाम बता दें, जो इन्होंने खोला हो. दस सालों में एक भी नया मिलिट्री स्कूल नहीं खोला है.”
सपा सांसद ने कहा, “जब ये जानकारी सामने आई कि कुछ लोगों की जान चली गई है तब सरकार हेलीकॉप्टर में भरकर फूल डालने लगी. ये कहां की सनातनी परंपरा है? जहां लाशें पड़ी हों, न जाने कितनी चप्पलें पड़ी थीं, महिलाओं की साड़ियां पड़ी थीं. उनको कैसे उठाया गया. ट्रैक्टर की ट्रॉली से. उन्हें उठाकर कहां फेका, कोई नहीं जानता, जब लगा कि वहां से बदबू आ रही तो सरकार के लोग छिपाने लगे.”