इस्लामाबाद. पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आर्मी और पुलिस की बर्बता के खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. अब इसका असर भी देखने को मिल रहा है. बलूच विद्रोहियों और पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है. इसमें पाकिस्तान के 18 सुरक्षाबालों की मौत हो गई है, जबकि 12 विद्रोही भी मारे गए हैं. अशांत बलूचिस्तान प्रांत में अक्सर हिंसक टकराव होते रहते हैं. शाहबाज शरीफ सरकार, पाकिस्तानी आर्मी और स्थानीय पुलिस की दमनकारी नीतियों के खिलाफ बलूचिस्तान के लोग आवाज उठाते रहते हैं. बताया जा रहा है कि बलूच लिब्रेशन आर्मी और पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के बीच हाल में हुआ यह सबसे भीषण टकराव है…
सांकेतिक तस्वीर
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी सैनिकों ने उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के अशांत इलाकों में विद्रोहियों से मुकाबला किया. विद्रोहियों ने हाईवे पर कब्जा कर बैरिकेड लगा दिया था. पाकिस्तानी सुरक्षाबल के जवान हाईवे को विद्रोहियों के कब्जे से मुक्त कराने पहुंचे थे, तभी भीषण टकराव हो गया. इस संघर्ष में अर्धसैनिक बल के 18 जवान और 12 विद्रोहियों की मौत हो गई. अधिकारियों ने शनिवार को इस घटना के बारे में जानकारी दी है. पाकिस्तान आर्मी ने कहा कि सैनिकों को तब हताहतों का सामना करना पड़ा, जब उन्होंने बलूचिस्तान प्रांत के कलात जिले में एक प्रमुख हाईवे पर बैरिकेड्स लगाने वाले विद्रोहियों से मुकाबला किया. यह इलाका अफगानिस्तान की सीमा से सटाा