प्रयागराज/बॉलीवुड में अपनी खूबसूरती और शानदार एक्टिंग से लाखों- करोड़ों लोगों का दिल जीतने वाली एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को भला कौन नहीं जानता। हसीना ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर अपनी अलग पहचान बनाई, तो अब वह संन्यासी हो गई हैं। 25 साल बाद भारत लौटी ममता ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान संगम तट पर पिंडदान किया। जिसके बाद वह किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं और अब उनकी पहचान यामाई ममता नंद गिरी के नाम से होगी।
बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी शुक्रवार को महाकुंभ में संगम स्नान और पिंड दान के बाद किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने की घोषणा शुक्रवार की सुबह ही की थी। इसके साथ ही ममता कुलकर्णी अब यमाई ममता नंद गिरि के नाम से जानी जाएंगी। ममता एक दिन पहले ही महाकुंभ पहुंची थीं। पट्टाभिषेक से पहले ममता संगम स्नान और पिंड दान किया। स्नान के बाद यह भी साफ किया कि वह क्यों महामंडलेश्वर बन रही हैं। उन्होंने अपने महामंडलेश्वर बनने को मां काली का आदेश बताया।