यूपी/ महज छह साल की उम्र, नन्हे कदम और दिल में भगवान श्रीराम के प्रति असीम श्रद्धा। अबोहर के छोटे से गांव किल्लियांवाली के मासूम मोहब्बत ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसे सुनकर हर आंख नम हो जाए। 1200 किलोमीटर लंबी दौड़, 58 दिनों की अथक यात्रा और अंत में सरयू के किनारे श्रीराम की नगरी अयोध्या में अपना सपना पूरा करते हुए यह बच्चा सबका दिल जीत ले गया।
शनिवार को भगवान श्रीराम के श्री विग्रह प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर आयोजित भव्य समारोह में जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस छोटे से बालक को मंच पर बुलाया, तो पूरा पंडाल तालियों और जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। मोहब्बत मंच तक भी दौड़ते हुए पहुंचा, मानो यह उसकी यात्रा का अंतिम पड़ाव हो। मुख्यमंत्री ने उसे गले लगाया, उसकी पीठ थपथपाई और कहा, “यह बच्चा हर भारतीय के लिए प्रेरणा है।”
‘राम’ के लिए दौड़ा ‘मोहब्बत
यह यात्रा सिर्फ 1200 किलोमीटर की दूरी नहीं थी, यह श्रद्धा, समर्पण और साहस की परीक्षा थी। 14 नवंबर, 2024 को अबोहर के श्री बालाजी धाम में माथा टेककर मोहब्बत ने अपने सफर की शुरुआत की। वह हर दिन 19-20 किलोमीटर दौड़ता रहा। ठंड की सर्द हवाओं ने उसे नहीं रोका, थकावट के थपेड़ों ने उसकी रफ्तार कम नहीं की। हर कदम पर उसका एक ही मंत्र था– “जय श्रीराम।”