Mumbai/बिजनौर के खलनायकों ने अभिनेता मुश्ताक खान के अपहरण की पटकथा अक्तूबर माह में लिख दी और महीनेभर तक इंतजार किया। दरअसल, नोएडा में हुई मुलाकात के दौरान हां बोलने पर मुश्ताक खान आरोपियों के जाल में फंस गए।
अब मुश्ताक खान ने अपने एक इंटरव्यू में विस्तार से पूरा वाकया सुनाते हुए बॉलीवुड को सीख दी है। हालांकि इस केस में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि तीन की गिरफ्तारी होना बाकी है।
केस का खुलासा होने के बाद अभिनेता मुश्ताक खान ने मुंबई में एक इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने बताया कि उनके पास अक्तूबर माह के आखिर में एक फोन आया। कॉलर ने कहा कि मुश्ताक सर…कैसे हैं आप। मुश्ताक खान ने पूछा कौन बोल रहे हैं..। सामने वाले ने कहा- मैं राहुल सैनी बोल रहा हूं… पहचाना, नोएडा में मिले थे। मुश्ताक खान बताते हैं कि नोएडा में मुलाकात की बात पर हां कहना पड़ा।
राहुल सैनी ने वरिष्ठ लोगों को सम्मानित करने के लिए आयोजित होने वाले इवेंट के नाम पर बुकिंग की। इसके बाद चार नवंबर को उनके खाते में 25 हजार रुपये डाल दिए गए। 20 नवंबर को शाम चार बजे की एयर इंडिया फ्लाइट का टिकट बुक किया। रिटर्न टिकट भी बुक करके मुश्ताक खान के पास भेज दिया गया।
दस बाइ दस फुट के कमरे में रखा गया था अभिनेता को
इंटरव्यू में मुश्ताक खान बताते हैं कि बीस नवंबर को चुनाव में मतदान करने के बाद करीब दो बजे एयरपोर्ट पर पहुंच गया। जहां पता लगा कि पौने चार बजे की फ्लाइट एक घंटा लेट है। दिल्ली से उनका अपहरण करके बिजनौर लाया गया। जहां उन्हें मुख्य आरोपी लवी पाल के घर में बने दस गुणा दस फुट के कमरे में रखा गया।