इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास की तरह हिजबुल्लाह को भी मिटाने की कसम खाई। नेतन्याहू ने ऐलान किया कि जब तक कि आतंकी सीमा पार से हम पर रॉकेट दागना बंद नहीं कर देते, इजरायल पूरी ताकत से हमला करते रहेंगे। नेतन्याहू की अब लेबनान के लिए खाई कसम ने अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों द्वारा की गई युद्धविराम पेशकश की उम्मीद को धूमिल कर दिया है। अमेरिका भले ही इजरायल को युद्धविराम के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है लेकिन, बैकडोर से उसे हथियार और मिसाइलों के लिए मोटे पैकेज भी दे रहा है। यह पहली बार नहीं है, गाजा युद्ध के दौरान भी निर्दोषों के भीषण नरसंहार के आरोपों के बावजूद अमेरिका ने इजरायल को मदद करना जारी रखा।
गुरुवार को इजरायली सेना ने लेबनान में नया हमला किया। इस अटैक में हिजबुल्लाह का एक और सीनियर कमाडंर मारा गया। काउंटर अटैक में लेबनान की तरफ से भी इजरायल पर दर्जनों रॉकेट दागे गए। इस भीषण संग्राम का असर यह हुआ है कि इजरायल और लेबनान के सीमावर्ती इलाकों में रह रहे लोगों ने जान बचाकर भागना शुरू कर दिया है। वे सुरक्षित जगह के लिए विस्थापित हो रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व नेताओं की वार्षिक सभा भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे नेतन्याहू ने ऐलान किया कि जब तक हिजबुल्लाह हम पर हमले नहीं रोकता है, हम उस पर पूरी ताकत से हमला करते रहेंगे। नेतन्याहू ने यह बात तब की है जब अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारी मध्य पूर्व में शुरू हुए इस नए संघर्ष को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने इजरायल को युद्ध न करने की सलाह दी है। सलाह दी कि कूटनीति के जरिए इस युद्ध को टाला जा सकता