जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बीती रात भारतीय सेना ने पाक को कड़ा सबक सिखाया है। आतंकियों का गड़ बन चुके पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकी शिविरों पर सेना ने हमला किया।
Operation Sindoor के नाम से सेना द्वारा चलाए गए इस अभियान के बारे में प्रेस ब्रीफिंग विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने पूरी जानकारी दी।
देश के इतिहास में पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर्मी की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी। विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी मौजूद थे।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा- पहलगाम हमला कायरतापूर्ण था। इसमें परिवार के सामने लोगों की हत्या की गई, उनके सिर में गोली मारी गई। बचे हुए लोगों से कहा गया कि वे इस हमले का संदेश पहुंचाएं। पिछले साल सवा 2 करोड़ से ज्यादा पर्यटक कश्मीर आए थे। हमले का मकसद था कि कश्मीर के विकास और प्रगति को नुकसान पहुंचाकर पिछड़ा बनाए रखा जाए।
हमले का यह तरीका जम्मू-कश्मीर और देश में सांप्रदायिक दंगे फैलाने कोशिश था। एक समूह ने खुद को TRF कहते हुए हमले की जिम्मेदारी ली। इसे UN ने प्रतिबंधित किया है और यह लश्कर से जुड़ा है।
पाकिस्तान स्थित समूहों के लिए कवर के तौर पर TRF का इस्तेमाल किया गया। पहलगाम हमले की जांच से पाकिस्तान के साथ आतंकवादियों के संपर्क उजागर हुए हैं। TRF के दावे और लश्कर से सोशल मीडिया पोस्ट इसे साबित करती है।
9 आतंकी ठिकाने जहां सेना ने हमला किया
1 आतंकी ठिकाना , बहावलपुर जैश ए मोहम्मद मरकज सुभानल्लाह
2 मुरीदके, लश्कर ए तैय्यबा मरकज तैय्यबा
3 तेहरा कलां, जैश ए मोहम्मद, सरजल
4 सियालकोट , हिजबुल मुजाहिद्दीन, महमूना जोया
5 बरनाला, लश्कर ए तैय्यबा, मरकज अहले हदीस
6 कोटली , जैश ए मोहम्मद, मरकज अब्बास
7 कोटली, हिजबुल मुजाहिद्दीन, मस्कर राहिल शहीद
8 मुजफ्फराबाद, लश्कर ए तैय्यबा, शावई नाला
9 मुजफ्फराबाद, जैश ए मोहम्मद, सैयदना बिलाल कैंप..