लॉस एंजेलिस। अमेरिका के दूसरे बड़े शहर लॉस एंजेलिस के नजदीकी जंगल में मंगलवार सुबह लगी आग चौथे दिन भी बेकाबू है। आग ने फैशन की चकाचौंध वाले लॉस एंजेलिस शहर के बड़े हिस्से को चपेट में लिया है और 10 हजार से ज्यादा इमारतें जलकर खाक हो गई हैं। बचाव के लाख प्रयासों के बावजूद 11 लोगों की जान चली गई है और 1,80,000 से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा है।
आग को हॉलीवुड पहाड़ियों पर पहुंचने से रोकने के हर संभव प्रयास किए गए जो सौभाग्य से सफल रहे। लेकिन अन्य इलाकों में तेज हवाएं बर्बादी की रफ्तार को कम नहीं होने दे रही हैं। आग ने अभी तक 36 हजार एकड़ (56 वर्ग मील) से ज्यादा भूभाग को अपनी चपेट में लिया और वहां की लगभग हर चीज जलाकर राख कर दी है।
आकाश से विमानों और हेलीकाप्टरों के जरिये पानी और आग बुझाने वाले रसायन फेंककर आग को शांत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस कार्य के लिए कनाडा से बड़े आकार का सुपर स्कूपर विमान भी किराए पर लिया गया लेकिन वह एक निजी ड्रोन से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गया और उसे जमीन पर उतारना पड़ा।राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस आग को बड़ी आपदा करार दिया है।
आग नियंत्रण के सरकारी उपायों पर नाराजगी
बाइडन ने कहा है कि संघीय सरकार 180 दिनों में राहत के 100 प्रतिशत उपायों को पूरा करेगी। इनमें वेतन से लेकर बर्बाद भवनों का मलबा उठाना तक होगा। लेकिन तमाम पीड़ितों पर सरकार के प्रयासों को लेकर शक है। कमजोर तबके की 63 वर्षीय के यंग आग से बर्बाद हुए अपने मकान की सीढ़ियों पर बैठी रो रही हैं। उन्हें नहीं लगता कि पीड़ितों की रिहायश वाले उनके घर को कोई पुरानी स्थिति में ला पाएगा। आग से प्रभावित कई लोग आग नियंत्रण के सरकारी उपायों पर नाराजगी जताते भी सुने गए हैं।