रवि शास्त्री ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी IPL की सबसे बड़ी विरासत छोड़कर जाएंगे, जिसे कोई खिलाड़ी कभी नहीं छू पाएगा। रवि शास्त्री ने बताया कि धोनी ने जिस तरह का प्रदर्शन आईपीएल में किया है, वैसा कर पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए मुश्किल है। उन्होंने कहा कि 250 IPL मैच खेलना एमएस धोनी की फिटनेस और कमिटमेंट को दर्शाता है। पूरे चेन्नई और तमिलनाडु में उन्हें थाला कहा जाता है। झारखंड के एक लड़के को CSK के फैंस से साउथ में जो प्यार और प्रशंसा मिलती है, वह इस खिलाड़ी की महानता का प्रमाण है। आज तक कभी किसी नॉर्थ इंडियन प्लेयर को साउथ इंडिया में इतनी मोहब्बत नहीं मिली। महेंद्र सिंह धोनी ने नॉर्थ और साउथ के बीच की दीवार को तोड़ दिया।
रवि शास्त्री ने कहा कि धोनी ने हर किसी का प्यार और सम्मान पाया है। अगर सुनील गावस्कर जैसा लेजेंड माही का अपनी शर्ट पर ऑटोग्राफ लेने के लिए भीड़ को चीरते हुए दौड़कर जा सकता है, तो इससे थाला के रुतबे को भली-भांति समझा जा सकता है। रवि शास्त्री ने कहा कि जिस तरह फाइनल मैच में 0.1 सेकंड में ही शुभमन गिल को स्टंप कर धोनी ने खेल बदल दिया, वह बताने को काफी है कि 41 वर्ष की उम्र में भी महेंद्र सिंह धोनी इंडिया के नंबर वन विकेटकीपर हैं। जैसा माही ने बताया कि उन्होंने लास्ट ईयर से अब तक एक बार भी विकेटकीपिंग की प्रैक्टिस नहीं की। यहां तक कि IPL स्टार्ट होने के बाद भी वह नेट्स पर सिर्फ बल्लेबाजी करने के लिए आते थे। बगैर अभ्यास इतनी परफेक्ट कीपिंग आपकी स्किल दिखाता है। महेंद्र सिंह धोनी असल मायनों में लेजेंड हैं।