भारतीय संविधान के शिल्पी, समानता के प्रतीक बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती पे कोटी कोटी नमन: राजेंद्र विश्वकर्मा…

छत्तीसगढ़ रायपुर

राजधानी रायपुर/सत्य का सामना /भाजपा कार्यकर्ता नमो नमो मोर्चा जिलाध्यक्ष राजेंद्र विश्वकर्मा ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जयंती पे उन्हे कोटि कोटि नमन किया ….

 

14  अप्रैल आज के दिन को समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप भी मनाया जाता है

 

आंबेडकर जयंती या भीम जयंती, डाॅ. भीमराव आंबेडकर जिन्हें डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म दिन 14 अप्रैल को पर्व के रूप में भारत समेत पूरे विश्व में मनाया जाता है।[इस दिन को ‘समानता दिवस’ और ‘ज्ञान दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंंकि जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले आंबेडकर को समानता और ज्ञान के प्रतीक माना जाता है।

आंबेडकर को विश्व भर में उनके मानवाधिकार आंदोलन संविधान निर्माता और उनकी प्रकांड विद्वता के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। आंबेडकर की पहली जयंती सदाशिव रणपिसे इन्होंने 14 अप्रैल 1928 में पुणे नगर में मनाई थी। रणपिसे आंबेडकर के अनुयायी थे। उन्होंने आंबेडकर जयंती की प्रथा शुरू की और भीम जयंती के अवसरों पर बाबासाहेब की प्रतिमा हाथी के अंबारी में रखकर रथ से, ऊँट के ऊपर कई मिरवणुक निकाली थी।

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