छत्तीसगढ़ में आज पोला का त्योहार पूरे धूम धाम से मनाया जा रहा है अच्छी फसल कामना के लिए आज से कुछ दिन तक बैलो को आराम दिया जाता है..
पर्व में बैलों को नहला-धुलाकर उनका श्रंृगार कर किसान अपने हाथों से भोजन खिलाते हैं, तिलक लगाकर उनकी पूजा करते हैं. वहीं घरों में मिट्टी से बने घरेलू सामानों के साथ मिट्टी से बने बैलों की पूजा-अर्चना की जाती है
छोटे बच्चे इस दिन मिट्टी के बने बैलों के साथ खेलते नजर आते हैं. इसके साथ ही इस दिन गेड़ी चढ़ने का भी रिवाज है. गांवों में गेड़ी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है.